बस्ती:एक तरफ बाढ खण्ड व जनप्रतिनिधि पूरे साल बाढ व बचाव कार्य को लेकर शिथिल रहते हैं और जब बाढ व कटान तेज हो जाता है तो ये जनता को न केवल पूजा पाठ व कढाही चढाने की सलाह देते हैं अपितु खुद भी पूजा पाठ कर बाढ रोकने लगते हैं 2018 में जहां क्षेत्रीय विधायक अजय सिंह ने कडाही चढाने का सलाह दिया वही इस बार क्षेत्र के लोलपुर-विक्रमजोत तटबंध पर बाढ खंड के प्रमुख अभियंता परिकल्प एवं नियोजन ए.के. सिंहं एवं मुख्य अभियंता गंडक आलोक जैन के द्वारा तटबंध के निरीक्षण करते हुए घाघरा के कटान से बचाव हेतु तटबंध किनारे बाघानाला गावं मे पंडित बुलाकर सरयू जी का पूजन किया गया।ताकि सरयू नदी का प्रकोप ग्रामीणों को न झेलना पडे और सरकारी योजनाएं सकुशल पूर्ण हो सके। इस दौरान प्रमुख अभियंता श्री ए०के० सिंह,। मुख्य अभियंता गंडक श्री आलोक जैन, अधीक्षण अभियंता श्री अवनीश साहू, अधिशासी अभियंता श्री दिनेश कुमार, सहायक अभियंता श्री ज्ञानधर प्रसाद, जूनियर इंजीनियर दया शंकर सिंह, जे०बी०एल० श्रीवास्तव, आर०के० नायक आदि मौजूद रहे। उनके इस कृत्य पर दशकों से जनपद के घाघरा किनारे बसे गांव की सुरक्षा को लेकर संघर्षरत समाजसेवी चन्द्रमणि पाण्डेय सुदामाजी कहते हैं कि यदि पूजन पाठ से बाढ व कटान पर नियंत्रण पाना है तो करोडो रूपये का बंदरबांट क्यों दरअसल अपनी नाकामी को छुपाने के लिए ये सब किया व कहा जाता है ग्यात हो कि
पूर्व जिलाधिकारी बस्ती डा. राजशेखर जी के कार्यकाल में जिलाधिकारी कार्यालय पर थाली के साथ भोजनहडताल के क्रम में 20अगस्त 2018को रात्रि में हुए समझौते के क्रम में पूर्व जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव जी के कार्यालय में हुए बाढखंड के उच्चाधिकारियों के साथ वार्त उपरांत समझौते के क्रम में ड्रेजिंग कर धारा सीधी करने के साथ साथ ड्रेजिंग कर बनाये गये बांध पर बोल्डर की पैचिंग करते हुए तटबंधविहीन गांवों में पूर्व में बने ठोकर को पुनर्जीवित करने के साथ साथ रिंग बांध बनाते हुए बांध निर्माण पूर्ण किया जाता तो बाढ व कटान से पूर्ण मुक्ति मिल जाती किन्तु  सरयू पुल के पास ड्रेजिंग कर बने बांध पर बोल्डर से पैचिंग न करने के चलते बांध कट गया इधर विकास खण्ड विक्रमजोत के 6किमी तटबंध विहीन गांव में महज 2किमी बांध निर्माण हुआ शेष तटबंध विहीन गांव में रिंगबांध व बांध तो दूर ठोकर निर्माण भी नहीं हुआ केवल ठोकर निर्माण के नाम पर पूर्व में बने बांध को खोदकर गड्ढा बना दिया गया अब जब बाढ में जलस्तर बढने से कुछ ग्रामीणों का घर कटान की जद में आ गया तो चंद बोरियों में मिट्टी भर कर डालने के बाद विभागीय अधिकारी व ठेकेदार नदारद है जेई बाढ कहते हैं कि जलस्तर घटने पर काम होगा ऐसे में बाघानाला,भरथापुर, कल्यणपुर,संदलपुर,सहजौरा पाठक,सहित दर्जनों गांवों का अस्तित्व खतरे में है इतना ही नहीं यदि इस गंभीर समस्या को लेकर नहीं जगा प्रशासन तो हाईवे भी कटान की जद में आ जायेगा

रिपोर्ट:वीरेन्द्र कुमार soni news बस्ती