21 जून, रविवार को खंडग्रास सूर्यग्रहण होगा, जोकि भारत में दिखेगा

दिनांक 21 जून, रविवार को खंडग्रास सूर्यग्रहण होगा, जोकि भारत में दिखेगा।अतः इस ग्रहण का नियम पालन आवश्यक होगा।
ग्रहण का स्पर्श (लगना) : सुबह 10:09
ग्रहण का मोक्ष (छूटना)  : दोपहर 01:43
ग्रहण का सूतक (छाया) : दिनांक 20 जून, शनिवार को रात 10:09 से दूसरे दिन दोपहर 01:43 तक।

  🌓 ग्रहण की जानकारी 🌓

~ हिन्दू पंचांग के अनुसार~
दिनांक 21 जून 2020
दिन – रविवार
विक्रम संवत – 2077 (गुजरात – 2076)
शक संवत – 1942
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – वर्षा
मास – आषाढ़ (गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार ज्येष्ठ)
पक्ष – कृष्ण
तिथि – अमावस्या दोपहर 12:10 तक तत्पश्चात प्रतिपदा
नक्षत्र – मृगशिरा दोपहर 01:02 तक तत्पश्चात आर्द्रा
योग – गण्ड दोपहर 01:46 तक तत्पश्चात वृद्धि
राहुकाल – शाम 05:31 से शाम 07:12 तक
सूर्योदय – 05:58
सूर्यास्त – 19:21
दिशाशूल – पश्चिम दिशा में
व्रत पर्व विवरण – कंकणाकृति सूर्यग्रहण (सुरत में ग्रहण-समय सुबह 10:01 से दोपहर 01:33 तक) (भारत में दिखेगा, नियम पालनीय

विशेष – अमावस्या के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)
   -: हिन्दू पंचांग :-

-:ग्रहण के समय निर्देश क्या  करने योग्य है:-
1. ग्रहण के समय भगवान का चिंतन, जप, ध्यान करने पर उसका लाख गुना फल मिलता है , ग्रहण के समय हज़ार काम छोड़ कर मौन और जप करिए l

2. ग्रहण लगने के पहले खान – पान ऐसा करिए कि आपको बाथरूम में ना जाना पड़े l
-:ना करने योग्य:-
1. ग्रहण के समय सोने से रोग बढ़ते हैं l
2. ग्रहण के समय सम्भोग करने से सुअर की योनि मिलती है l
3. ग्रहण के समय मूत्र त्याग नहीं करना चाहिए, दरिद्रता आती है l
4. ग्रहण के समय धोखाधड़ी और ठगाई करने से सर्पयोनि मिलती है l
5. ग्रहण के समय शौच नहीं जाना चाहिए, वर्ना पेट में कृमि होने लगते हैं l
6. ग्रहण के समय जीव-जंतु या किसी की हत्या हो जाय तो नारकीय योनि में जाना पड़ता है l
7. ग्रहण के समय भोजन व मालिश करने वाले को कुष्ट रोग हो जाता है l
8. ग्रहण के समय पत्ते, तिनके, लकड़ी, फूल आदि नहीं तोड़ने चाहिए l
9. स्कन्द पुराण के अनुसार ग्रहण के समय दूसरे का अन्न खाने से १२ साल का किया हुआ जप, तप, दान स्वाहा हो जाता है l
10. ग्रहण के समय अपने घर की चीज़ों में कुश, तुलसी के पत्ते अथवा तिल डाल देने चाहिए l
11. ग्रहण के समय रुद्राक्ष की माला धारण करने से पाप नाश हो जाते हैं l
12. ग्रहण के समय दीक्षा अथवा दीक्षा लिए हुए मंत्र का जप करने से सिद्धि हो जाती है l

~ हिन्दू पंचांग ~

ये होगा भारत के कुछ प्रमुख स्थानों के ग्रहण-समय

अहमदाबाद सुबह 10:03 से दोपहर 01:33 तक

दिल्ली सुबह 10:20 से दोपहर 01:49 तक

सुरत व नाशिक सुबह 10:01 से दोपहर 01:33 तक

गुवाहाटी सुबह 10:57 से दोपहर 02:25 तक

जोधपुर सुबह 10:08 से दोपहर 01:37 तक

लखनऊ सुबह 10:26 से दोपहर 01:59 तक

भोपाल सुबह 10:14 से दोपहर 01:48 तक

रायपुर (छत्तीसगढ़)  सुबह 10:25 से दोपहर 02:00 तक

जम्मू सुबह 10:14 से दोपहर 01:42 तक

चंडीगढ़ सुबह 10:22 से दोपहर 01:48 तक

राँची व पटना सुबह 10:36 से दोपहर 02:10 तक

कोलकता सुबह 10:46 से दोपहर 02:18 तक

भुवनेश्वर सुबह 10:37 से दोपहर 02:10 तक

चेन्नई सुबह 10:22 से दोपहर 01:42 तक

बेंगलुरु सुबह 10:12 से दोपहर 01:33 तक

हैदराबाद सुबह 10:14 से दोपहर 01:45 तक

नागपुर सुबह 10:17 से दोपहर 01:51 तक

मुंबई सुबह 10:00 से दोपहर 01:28 तक

-:विदेश के कुछ प्रमुख स्थानों के ग्रहण-समय:-

काठमांडू (नेपाल) सुबह 10:43 से दोपहर 02:25

एथेंस (ग्रीस) सुबह 07:48 से सुबह 09:12

बाकू (अजरबैजान) सुबह 08:46 से दोपहर 11:05

हगटना (यू.एस.ए.) शाम 05:25 से शाम 06:51

नैरोबी (केन्या) सुबह 06:46 से सुबह 09:04

दुबई (यू.एस.ए.) सुबह 08:14 से दोपहर 11:13

हाँगकाँग दोपहर 02:36 से 05:25

-:विदेश के स्थानों के समय स्थानीय समयानुसार:-

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