वैश्विक महामारी बना कोरोना वायरस श्रद्धा पर भारी पड़ रहा है, जिसके चलते जहां पहले नवरात्र में मंदिरों पर सन्नाटा पसरा रहा तो वहीं हनुमान जंयती पर भी भक्तों ने मंदिरों से दूरी बना रखी। इसी तरह आज शनिवार को भी लॉकडाउन के चलते शहर के सभी शनिदेव के मंदिर बंद रहे। चुन्नीगंज स्थित श्रीशनि धाम मंदिर बंद रहा, इसके बावजूद यहां पर हर शनिवार गरीब, दिव्यांग आदि लोग मांगने के लिए वाले बैठे मिले।

शनिवार को भी वह सुबह से आ गए, लेकिन दानदाता नहीं पहुंचे। उधर सीटीआई चौराहा शनि मंदिर में पट खुलने से सुबह से ही लोग दीपक व पूजा, अर्चना करने पहुंचे। यहां भक्तों की भीड़ उमड़ने पर सोशल डिस्टेसिंग पूरी तरीके से फेल हो गया। कैनाल रोड स्थित शनिदेव मंदिर के पट बंद रहे। किदवई नगर शनि देव मंदिर के पट बंद रहे। सुबह से कुछ भक्त आए और दिया जलाकर चले गए। निराला नगर स्थित शनिदेव मंदिर के पट भी बंद रहे। सरोजनी नगर मरियम पुर चौराहा स्थित शनि देव मंदिर बंद रहा। बाहर से ही भक्तों ने पूजा की। श्रीशनि धाम मंदिर चुन्नीगंज में सुबह से मांगने वाले बैठ गए। लेकिन यहाँ कोई भक्त पूजा- अर्चना करने नहीं पहुंचा। अब भक्तों को लॉकडाउन खुलने का इंतजार है तो वहीं मंदिर के बाहर मांगने वाले भी 15 अप्रैल की तारीख को याद कर रहे हैं।

सोशल डिस्टेंसिंग का नहीं हुआ पालन
शहर में लॉकडाउन के दौरान होम डिलीवरी सप्लाई चेन न टूटने पाए। इसके लिए जिला प्रशासन ने थोक राशन और दवा दुकानों को दिनभर खुलने की छूट दी है। सहूलियत के पहले दिन खरीदारी को मार्केट पहुंचे लोगों ने नासमझी का परिचय दिया। सोशल डिस्टेंसिंग ही भूल गए। दुकानों पर एकाएक भीड़ टूटने से नयागंज, कलक्टरगंज और बिरहानारोड में शनिवार सुबह जाम सा नजारा रहा।
दवा, गल्ला, आटा तेल व किराना थोक बाजार शनिवार को सुबह 6ः00 बजे से ही खुल गए। व्यापारियों ने बताया कि प्रशासन ने वाहन पास जारी किए हैं। शहर के फुटकर दुकानदार भी काफी संख्या में लोडर, खड़खड़ा, रिक्शा, ई-रिक्शा और बाइक से सामान लेने पहुंचे। बाजारों में जाम की स्थिति नजर आई। सोशल डिस्टेंसिंग का मानक पालन होता नहीं दिखा। पुलिस ने घूम-घूमकर लोगों को लाइन लगाकर ही माल देने की हिदायत दी। पुलिस के जाते ही लोग फिर से दुकानों पर टूट पड़े। प्रशासन ने होम डिलीवरी की चेन न टूटने की मंशा से बिरहानारोड दवा और नयागंज किराना,कलेक्टर गंज राशन की दुकानों को खोलने का आदेश दिया है।