जालौन-जहां एक ओर देश के प्रधानमंत्री करोड़ों रुपए सफाई अभियान के प्रचार प्रसार में खर्च कर रहे हैं और खुद थैला उठाकर सफाई में लग रहे हो जहा देशभर में सफाई अभियान को लेकर रोज तरह-तरह की योजनाएं बनाई जा रही हैं।जहाँ विधायक सांसद सफाई अभियान में जुड़ कर खुद हाथों में झाड़ू लेकर सड़क पर नजर आते हैं और लोगों में सफाई के प्रति जागरूकता करने में लगे हैं वहीं जनपद जालौन के उरई नगर पालिका में अलग ही मंजर देखने को मिल रहा है जहां से सफाई की बयार निकलनी चाहिए वहां जगह-जगह गुटके की पीक और बदबू पसरी नजर आ रही है। पालिका परिषद में शायद ही कोई दीवार हो जो पीक से रगी ना हो।यहां तक कि नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी महोदय के कक्ष के सामने गंदगी का अंबार लगा है और अधिकारी को इसका इल्म भी नहीं है। गंदगी का आलम यह है की जिस तरफ नजर डालो वही गुटखा थुका हुआ दिखाई दे रहा है और गंदगी पसरी हुई है।

नगर पालिका अध्यक्ष अनिल बहुगुणा भी इस गंदगी को देखकर भी इस बात से अनभिज्ञ बने हुए हैं जहां एक ओर सफाई अभियान के बड़े-बड़े पोस्टर लगाए जा रहे हैं वही पालिका परिसर की ऐसी कोई दीवार नहीं है जो गुटके की पीक से रंगी ना हो ।नगरपालिका की हालत को देखकर लगता है मानों सारे शहर के लोग नगर पालिका में आकर ही थूक रहे हैं पालिका के अंदर सफाई कर्मियों से बात करने पर पता चला की यह गंदगी पालिका के कर्मचारियों द्वारा फैलाई गई है नगरपालिका को देखकर ऐसा लगता है जैसे कोई सरकारी विभाग ना होकर सरकार का विपक्षी दल हो जो सरकार की चलाई गई योजनाओं को अमल में नहीं लाएगा।

पालिका में मोदी जी द्वारा चलाए गए सफाई अभियान की धज्जियां उड़ाई जा रही है जिस विभाग से शहर की सभी क्षेत्र के लिए सफाई कर्मियों की तैनाती की जाती है उस विभाग का यह हाल है तो शहर में कहां से सफाई देखने को मिलेगी जब पालिका के अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने बताया के रोज सफाई कर्मी द्वारा एक बार सफाई की जाती है फिर सवाल यह उठता है कि यह गंदगी आई कहां से और जब पालिका के अंदर इतनी गंदगी है तो अधिकारी शहर में कैसे सफाई करवाएंगे।

soni news के लिए जनपद जालौन से अमित कुमार जिला क्राइम रिपोर्टर के साथ रंजीत सिंह