
आई जी की मौजूदगी में बारह घण्टे चला ऑपरेशन मासूम
कमरे के अंदर से कर रहा था युवक फायरिंग
फायरिंग में दो पुलिसकर्मी घायल-डी॰जी॰पी॰
फर्रुखाबाद मोहम्मदाबाद का मामला क्षेत्रीय विधायक भी मौके पर पहुंचे थे
NSG को भी दी गयी सूचना-डी॰जी॰पी॰
उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले में थाना मोहम्मदाबाद क्षेत्र में 23 मासूमों को गुरुवार को कैद करने के बाद ऑपरेशन मासूम रात करीब 1:00 बजे सफल हो गया। पुलिस ने की मौजूदगी में ग्रामीणों ने शातिर का दरवाजा तोड़कर सभी बच्चों को सही सलामत बाहर निकाल लिया। ग्रामीणों ने शातिर की पत्नी को मारपीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। जिसे लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है ।घटनास्थल रात करीब 1:15 बजे दिल्ली से कमांडो की टीम पहुंची बताते चलें कि थाना मोहम्मदाबाद के गांव कर्थिया निवासी सुभाष चंद्र बाथम ने गांव के ही तेइस बच्चों को अपनी बेटी के जन्मदिन की बात कहकर बुलाया और उन्हें गुरुवार को कैद कर लिया सूचना पर पहुंचे कोतवाल सहित दो लोगों को सुभाष ने हथ गोला फेंक कर घायल कर दिया। मौके पर पहुंचे आईजी मोहित अग्रवाल की देखरेख में ऑपरेशन जारी हुआ पहले उसने एक 8 वर्षीय बच्ची को रिहा किया और इसके बाद पुलिस की मौजूदगी में ग्रामीणों ने कमरे के गेट पर अंधा धुंध ईंट पत्थर बरसाए जिसके भय से उसकी पत्नी रूबी ने पुलिस और ग्रामीणों के भय से दरवाजा खोल दिया। ग्रामीणों ने और पुलिस ने बच्चों को सही सलामत निकाल लिया। सभी बच्चे सही सलामत हैं।बारह घंटे तक कैद में रहने के बाद बच्चों को पुलिस ने बमुश्किल रिहा करा पाया। घटनास्थल पर पुलिस तथा कमांडो की टीम जमी हुई है। जिन23 बच्चों को बंधक बनाया गया था उनमें खुशी, मुस्कान पुत्रियां पंचम सिंह, आदित्य पुत्र पंचम सिंह, आशाराम की जुड़वां पुत्री गंगा व जमुना, ब्रजकिशोर के पुत्र आकाश, पुत्री लक्ष्मी, अंजली पुत्री स्व. वीरेंद्र, अरुण पुत्र वीरेंद्र, लक्ष्मी पुत्री स्व. नरेंद्र, सोनी पुत्री सत्यभान, रोशनी पुत्री सत्यभान, आरती पुत्री आनंद सिंह, भानू पुत्र मदनपाल, अक्षय पुत्र गुड्डू, पारस पुत्र नीरज, पायल पुत्री फर्रुखाबाद नीरज, सोनम पुत्री आदेश, लव पुत्र आदेश, शबनम पुत्री आदेश, गौरी पुत्री लालजीत आदि हैं आईजी मोहित अग्रवाल ने बताया कि ऑपरेशन मासूम सफल रहा है। सभी बच्चे रिहा हो गये। शातिर सुभाष ऑपरेशन में मारा गया।
डीजीपी ओपी सिंह और प्रमुख सचिव गृह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया है कि सुभाष बाथम नाम के आरोपी को पुलिस मुठभेड़ में मार गिराया गया है. एटीएस और एनएसजी की टीम के आने से पहले जब आरोपी ने जब धमकियां देनी शुरू की तो पुलिस ने कार्रवाई शुरू की. इस दौरान आरोपी की तरफ से फायरिंग की गई.
जवाब में पुलिस की तरफ से फायरिंग में आरोपी मारा गया. कुल 23 बच्चे बचाये गए हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रात 8 बजे से लगातार मॉनिटरिंग कर रहे थे. ऐसे में पुलिस टीम को 10 लाख रुपये के पुरस्कार की घोषणा मुख्यमंत्री ने की है.
*टाइम लाइन: कब क्या हुआ*
2 बजे: सुभाष बाथम ने बेटी के जन्मदिन पर बच्चों को घर बुलाया।
4 बजे: बाथम के घर पर आयोजित बर्थडे पार्टी में बच्चे पहुंचे।
5 बजे: सुभाष ने छत पर पहुंचकर बताया कि उसने बच्चों को बंधक बना लिया है।
5:30 बजे: गांव वालों ने एक व्यक्ति को सुभाष से बात करने भेजा, बदमाश ने उसके पैर में गोली मार दी। इसी बीच पुलिस को सूचना दी गई, 30मिनट बाद पुलिस पहुंची।
6 बजे: पुलिस ने सुभाष से बातचीत शुरू की, इस बीच आरोपी ने फायरिंग की, जिसमें 2 पुलिसकर्मी घायल हुए।
6:15 बजे: आरोपी ने घर के अंदर से हथगोला (लो रेडिएंट बम) फेंका।
6:30 बजे: डीएम-एससपी मौके पर पहुंचे। आरोपी ने स्थानीय विधायक को बुलाने की मांग की। इसी बीच आरोपी ने दोबारा फायर किया।
7:00 बजे: उच्च अधिकारियों को हालात की जानकारी दी गई। आरोपी के पास हथियार होने के चलते खतरे का अंदेशा भी जताया गया।
7:30 बजे: डीजीपी ने एटीएस टीम को मौके पर पहुंचने का आदेश दिया। एनएसजी से भी संपर्क किया गया।
9:10 बजे: सीएम योगी ने तमाम आला अधिकारियों की बैठक बुलाई।
9:20 बजे: एटीएस की टीम मौके पर पहुंची, घर को घेरा गया।
9:30 बजे: एटीएस की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया।
10:00 बजे: ड्रोन के जरिए घर के अंदर की तस्वीरें ली गईं।
व्यूरो रिपोर्ट:सोनी न्यूज़ के लिए देवेन्द्र प्रताप सिंह के साथ श्यामजी सोनी