
उरई 27 जून 2024 शासन के निर्देश पर 100 दिन की कार्य योजना के तहत महिला कल्याण विभाग द्वारा मिशन शक्ति के तहत आयोजित की गई जन जागरूकता अभियान । जिला प्रोवेशन अधिकारी डॉ अमरेंद्र कुमार पौत्स्यायन के नेतृत्व में जिला अस्पताल उरई के आयुर्वेदिक चिकित्सालय में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत प्रसव पूर्व लिंग निर्धारण अधिनियम के प्रावधानों के बारे में बैठक संपन्न की गई।
बैठक का मुख्य उद्देश्य प्रसव पूर्व तकनीकी निदान 1994 भारत में कन्या भ्रूण हत्या और गिरते लिंगानुपात को रोकने के लिए हर अल्ट्रासाउंड पर प्रसव पूर्व लिंग निर्धारण की जांच को रोकने के लिए लोगों को जागरूक किया गया कि आप किसी भी गर्भवती महिला की प्रसव पूर्व लिंग की जांच न कराऐ ताकि गर्भ में पलने वाली मादा भ्रूण की असमय हत्या होने से बचाई जा सके ।
महिलाओं को बताया गया कि अब बेटा बेटी में कोई फर्क नहीं है बेटियां भी हर उस क्षेत्र में आगे बढ़ रही है जहां पहले सिर्फ बेटों का आधिपत्य था बेटियां भी घर के आर्थिक उत्थान में महती भूमिका अदा कर रही है ।अतः बेटियों को जन्म लेने का अवसर दें तथा उन्हें आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करें। महिला कल्याण विभाग की टीम द्वारा जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन में उपस्थित चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर कमलेश बाबू स्टाफ नर्स नीतू एवं चाइल्ड लाइन से काउंसलर रजनी सुपरवाइजर मिलन पांचाल वन स्टॉप सेंटर से कैस वर्कर प्रवीणा यादव एवं मिशन वात्सल से काउंसलर रचना उपस्थित रही।