सामाजिक एवं राजनैतिक संघर्ष से अन्य दावेदारों पर भारी पड़ रहे अरविंद

उरई(जालौन)। जनपद के उरई एवं कालपी सीट पर भले ही कांग्रेस ने महिला प्रत्याशियों के नाम तय कर दिए हो लेकिन माधौगढ विधानसभा क्षेत्र से 19 दावेदारों के कारण कांग्रेस अभी तक कोई निर्णय नही ले पाई है। बंगरा में हुई बैठक में विधानसभा प्रभारी मेवाराम जाटव के समक्ष टिकट को लेकर दावेदारों ने अपने लंबे चैड़े अनुभव साझा किए। लेकिन माना जा रहा है कि सपा-भाजपा के प्रत्याशियों की सूची जारी होने के बाद ही कांग्रेस अपने पत्ते खोलेगी।
माधौगढ विधानसभा क्षेत्र से कांगे्रस के टिकट के लिए करीब 19 पार्टी कार्यकर्ताओं ने आवेदन कर रखा है। कांग्रेस सेवादल के जिलाध्यक्ष धीरेन्द्र शुक्ला भी टिकट की दावेदारी कर रहे है। उनका मानना है कि कालपी क्षेत्र क्षत्रिय समाज का टिकट होने के बाद माधौगढ विधानसभा क्षेत्र में अब ब्राहम्ण समाज का हक बनता है। अपनी दावेदारी के पीछे वह जनपद में पहली बार सेवादल का मजबूत संगठन खड़ा करने का दावा करते है। इसके साथ ही कांग्रेस के हर कार्यक्रम में सेवादल की उल्लेखनीय उपस्थिति को माधौगढ विधानसभा क्षेत्र में मजबूूत मानते है। कहने को तो डा. नीता मिश्रा भी टिकट की दावेदार है। जो एआईसीसी की प्रबुद्ध प्रकोष्ठ में सदस्य है और वह भी कांग्रेस के टिकट की लाइन में है। प्रदेश महिला कांग्रेस की सचिव अल्का सेंगर के अलावा राजेश मिश्रा, राजेश प्रजापति, सुधीर शर्मा, अमर सिंह जागड़, शकुन्तला पटेल, सिद्धार्थ दीबोलिया, आदि तमाम कांग्रेस नेताओं द्वारा बंगरा में हुई बैठक में विधानसभा प्रभारी के समक्ष टिकट की दावेदारी कर चुके है। जिसमें अरविंद सेंगर के नाम पर ज्यादातर पार्टी कार्यकर्ताओं का रूझान सामने आया है। दरअसल माधौगढ विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस केटिकट के लिए जिन 19 लोगों ने दावेदारी पेश की है उसमें राजनैतिक अनुभव के साथ अरविंद सेंगर दूसरो के मुकाबले कहीं अधिक बजनदार माने जा रहे है। टिकट के प्रबल दावेदार अरविंद सेंगर के पक्ष में उनकी मजबूती के कारण उनका लंबा राजनैतिक अनुभव माना जा रहा है। वह युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव रह चुके है। वह कांग्रेस के पूर्व जिला उपाध्यक्ष के अलावा जनपद में क्षत्रिय महासभा के जिलाध्यक्ष रह चुके है। इसके अलावा अर्जुन सेना के रूप में उनकी समाजसेवा लोगों के दिलों दिमाग में आज भी रची-बसी जिनके कारण जन सामान्य के मुद्दों को लेकर अर्जुन सेना के जरिये संघर्ष आज भी लोगों की जुबान पर रहता है। जब प्रदेश में नरेश अग्रवाल ने कांगे्रस टूटकर लोकतांत्रिक कांग्रेस बनाई तो अरविंद सिंह सेंगर जालौन के जिलाध्यक्ष बनाए गए थे। सामाजिक, राजनैतिक पृष्ठभूमि भी अरविंद सेंगर की दावेदारी को अन्य दावेदारों के मुकाबले काफी मजबूत मानी जा रही है। यहीं वजह है कि विधानसभा प्रभारी के समक्ष तमाम दावेदारों ने अरविंद सेंगर की दावेदारी को ज्यादा मजबूत बताया। पार्टी सूत्रों की माने तो माधौगढ क्षेत्रके टिकट की घोषणा सपा, भाजपा के प्रत्याशी घोषित होन के बाद की जाएगी। कांग्रेस की निगाह सपा-भाजपा की सूची पर है। इसके बाद जो पार्टी कार्यकर्ता टिकट के खांचे में फिट बैठेगा उसके नाम की घोषणा कर दी जाएगी।

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