उरई(जालौन)।राष्ट्रीय ओलमा कौंसिल बुंदेलखंड द्वारा जिला कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रधानमंत्री महोदय संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट सुनील कुमार शुक्ला को सौंपा।
साथ ही बताया कि बुंदेलखंड की मूलभूत संस्कृति आर्थिक स्थिति क्षेत्र में रहने के बावजूद आज तक सरकारों ने बुंदेलखंड वासियों के विश्वास का शोषण किया है। राष्ट्रीय ओलमा कौंसिल 11 वर्षों से पृथक राज्य बनाने की मांग को लेकर निरंतर बुंदेलखंड वासियों की तरफ से मांग कर रहा है। साथ ही बुंदेलखंड राज्य में उन जिलों को शामिल किया जाए जिसमें बुंदेली संस्कृति साहित्य इतिहास पाया जाता है जिसमें जालौन,झांसी,हमीरपुर,बांदा, चित्रकूट,महोबा,ललितपुर,दतिया, टीकमगढ़,छतरपुर,पन्ना,दमोह सागर बुंदेलखंड के प्रमुख क्षेत्र है जिनमे आज भी बुंदेली संस्कृति विद्वान है।
नये-नये औद्योगिक क्षेत्र बनाकर बेरोजगार और मजदूर वर्ग के लोगों को रोजगार बनाया जाए जिससे लोगों को अन्य राज्यों में पलायन से रोका जा सके। बुंदेलखंड पृथक राज्य का निर्माण करके झांसी को राजधानी घोषित किया जाए क्योंकि झांसी बुंदेली संस्कृति की आधार शिला है। यातायात व्यवस्थित रखने के लिए अतिक्रमण को हटाकर अच्छी सड़कें एवं रेल मार्ग स्थापित किए जाएं।
जिला जालौन के मुहाना जिला हमीरपुर के चिकासी गांव के बीच बने बेतवा नदी के जर्जर पुल का निर्माण कराया जाए किसी भी समय दुर्घटना घट सकती है जिस के संबंध में जिला प्रशासन को कई बार अवगत कराया जा चुका है।
बुंदेलखंड के किसानों का कर्ज माफ कर दिए जाएं।
इस मौके पर-मुबारक खान बुंदेलखंड प्रभारी,शौक चांदपुरी बुंदेलखंड संरक्षक,अमर गौरव बुंदेलखंड महासचिव,मोहम्मद जाकिर खान उपाध्यक्ष,मोहम्मद सलीम भंडारी जिला अध्यक्ष जालौन,सिकंदर चिश्ती,गीता जिलाअध्यक्ष महिला,मोहन कुमार,राहुल,समेत अन्य लोग मौजूद रहे।

रिपोर्ट-अमित कुमार जनपद जालौन।