उरई(जालौन)।जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय एवं पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गेश कुमार ने संपूर्ण समाधान दिवस जालौन तहसील सभागार में नागरिकों की समस्याएं गंभीरता से सुनीं। इस दौरान कुल 51 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से 09 का निस्तारण मौके पर ही कर दिया गया। शेष शिकायतों को समयबद्ध व गुणवत्तापूर्ण समाधान हेतु संबंधित विभागों को प्रेषित किया गया।जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि केवल संतुष्टिपरक समाधान के बाद ही शिकायत की आख्या अपलोड की जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि निस्तारण की प्रक्रिया में संवाद, स्थलीय निरीक्षण और फीडबैक को प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि कोई भी अधिकारी केवल कार्यालय में बैठे-बैठे शिकायतों का निस्तारण न करें, ऐसा पाए जाने पर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।Img 20250705 wa0067

मौके पर निस्तारित शिकायतों में 03 नामांतरण, 03 प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, 02 दिव्यांगजन से जुड़ी समस्याएं तथा 01 पूर्ति विभाग से संबंधित शिकायत शामिल रही। समाधान दिवस में लगे विभागीय कैंप संपूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर तहसील परिसर में समाज कल्याण विभाग, स्वास्थ्य विभाग, कृषि विभाग एवं आयुर्वेद विभाग द्वारा विशेष कैंप लगाए गए। समाज कल्याण विभाग ने एक दिव्यांगजन का नया आवेदन स्वीकार किया और 02 वृद्धा पेंशन तथा 06 निराश्रित पेंशन के आवेदन में कमियां दूर कराई गई। स्वास्थ्य विभाग द्वारा 06 दिव्यांगों को प्रमाण-पत्र प्रदान किए गए। वहीं आयुर्वेद विभाग के स्टॉल से 238 लोगों को निशुल्क औषधियाँ वितरित की गईं। संपूर्ण समाधान दिवस की कार्यप्रणाली को जन सेवा की दिशा में एक प्रभावी पहल शासन की मंशा के अनुरूप प्रत्येक नागरिक की समस्या का समयबद्ध समाधान ही प्रशासन की प्राथमिकता है।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ नरेंद्र देव शर्मा, उप जिलाधिकारी विनय कुमार मौर्य, उप जिलाधिकारी न्यायिक विशेश्वर यादव, आदि सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे