जालौन।जनपद जालौन के ग्राम गायर में जय माँ दुर्गे रामलीला समिति के तत्वघान में रामलीला का आयोजन किया जा रहा है।रामलीला का आयोजन 02 फ़रवरी से प्रारम्भ हुआ है और इस रामलीला का समापन 11 फरवरी को होगा।वही 03 फरवरी दिन सोमवार को बुंदेलखंड के महान कलाकारों के द्वारा मुनियाचना, ताड़का वध, पुष्प वाटिका लीला का सुन्दर मंचन हुआ।लीला देखने के लिए दर्शकों की काफ़ी भीड़ उमड़ी रही है।लीला के दूसरे दिन विश्वामित्र द्वारा राजा दशरथ से राम लक्ष्मण को मांगना तथा ताड़का वध की लीला का अहिल्या उद्धार व जनकपुरी में राम-लक्ष्मण की लीला का मंचन हुआ।जय श्रीराम के जयकारों से वातावरण पूरी तरह से गूंज उठा। श्रीरामलीला ने कलाकारों ने दर्शाया कि विश्वामित्र यज्ञ की रक्षा के लिए राम लक्ष्मण को लेकर आश्रम में पहुंचते हैं।इस दौरान यज्ञ शुरू होते ही राक्षसों ने विघ्नन डालना शुरू कर देते हैं। ताड़का सहित कई राक्षसों का वध कर श्रीराम यज्ञ को संपन्न कराते हैं।

बताया गया कि कैसे देवी आहिल्य वर्षों से एक शिला के रुप में भगवान श्रीराम के चरण स्पर्श का इंतजार कर रहीं थीं और उनके चरण का स्पर्श पाते ही कैसे उनका श्राप खत्म हुआ। इस दृश्य ने सभी का मन मोह लिया।

इसके बाद जनकपुरी में राम-लक्ष्मण नगर भ्रमण करते हैं।

विश्वामित्र की पूजा के लिए पुष्प लेने वाटिका जाते हैं।

उधर, सीता माता पार्वती की पूजा करने के लिए जाती हैं। वहीं, श्रीराम व सीता की मुलाकात होती है।

सुंदर लीला देखकर श्रद्धालु भाव-विभोर हो गए।वही 4 फरवरी को धनुष यज्ञ की सुन्दर लीला का मंचन किया जाएगा।काफी दर्शक लीला देखने के लिए आ रहे है।

इस मौके पर -जय दुर्गे माँ रामलीला समिति के समस्त सदस्य मौजूद रहे।

रिपोर्ट -अमित कुमार उरई जनपद जालौन उत्तर प्रदेश।