
सोनभद्र के घोरावल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर नसबंदी शिविर में नसबंदी के बाद 108 नं0 एम्बुलेंस चालक द्वारा लाभार्थी को घर पहुंचाने के एवज में रुपयों की मांग करने पर एक महिला को चांदी की चेन गिरवी रखना पड़ी और निजी भाड़े पर पिकअप लेकर घर जाना पड़ा। इस दौरान करीब 8 घंटे तक महिला सीएचसी के बाहर जमीन पर पड़ी रही।
कोल्डिहा निवासी लहरी पुत्र डंगर ने बताया कि उसकी बहू सितारा देवी का नसबंदी हुआ था। मंगलवार को भोर में नसबंदी के बाद उसे एंबुलेंस से जाने के लिए आईडी भी जारी कर दिया गया। इसके बाद जब एम्बुलेंस से घर जाने के लिए एम्बुलेंस चालक के पास पहुंचे तो एम्बुलेंस चालक उनसे 500 रुपए मांगे। परिजनों ने 300 रुपये देने की बात कही लेकिन चालक तैयार नहीं हुआ। अंततः सितारा देवी ने अपना चांदी का चेन घोरावल नगर में किसी सुनार की दुकान पर चेन गिरवी रखकर 1500 रुपए लिए। इसके बाद परिजनों ने एक पिकअप किराए पर लिया और घर के लिए निकले। परिजनों ने एम्बुलेंस चालक पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए अधीक्षक को शिकायती पत्र दिया है।
इस सम्बंध में घोरावल सीएचसी के अधीक्षक डॉ मुन्ना प्रसाद ने बताया कि ” नसबंदी कराने वाली महिला सितारा देवी व ने उनसे लिखित शिकायत की है।इस मामले में जांच कर कठोर कार्यवाही की जाएगी।”
……इस सम्बंध में फोन पर सीएमओ डॉ0 नेम सिंह ने बताया कि “इस तरह की घटना बेहद दुःखद है। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना क्षम्य नहीं है। घोरावल का प्रकरण संज्ञान में आते ही कार्यवाही कर दी गयी है और दोषी को लखनऊ से सम्बद्ध कर दिया गया है।”
*व्यूरो रिपोर्ट:देवेन्द्र प्रताप सिंह soni news लखनऊ*