27 फरवरी को यूपी के चुनाव में 5वें दौर का मतदान सम्पन्न हो गया। यूपी में कुल 7 चरणों में मतदान होना है। 5वें चरण के मतदान के बाद अजमेर से राज्यसभा के सांसद और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव भूपेन्द्र यादव ने कहा कि आज के मतदान के साथ ही भाजपा की जीत पक्की हो गई है। पीएम नरेन्द्र मोदी ने यूपी के किसानों के कर्ज माफ करने, गन्ना किसानों को बकाया भुगतान करने आदि की जो महत्वपूर्ण घोषणाएं की है, उसका मतदाताओं पर भारी असर हुआ है।  भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भी साफ-साफ कहा है कि भाजपा की सरकार बनते ही यूपी में कत्लखाने बन्द करवा दिए जाएंगे। यूपी चुनाव में सक्रिय भूमिका निभाने वाले यादव ने कहा कि सपा और बसपा के कुशासन से यूपी की जनता पूरी तरह त्रस्त हो गई है। यही वजह है कि भाजपा के समर्थन में जमकर मतदान हो रहा है। सपा और कांग्रेस ने जो गठबंधन किया है, उस पर मुलायम सिंह यादव और सोनिया गांधी ने ही सवालिया निशान लगा दिए है। यदि इस गठबंधन से दोनों दलों को कोई फायदा होता तो मुलायम सिंह और सोनिया गांधी चुनाव प्रचार के लिए जरूर आते, लेकिन इन दोनों ही दलों के शीर्ष नेताओं ने स्वयं को प्रचार से दूर कर रखा है। यानि ये दोनों नेता हार का ठीकरा अपने सिर पर पर नहीं लेना चाहते, वहीं भाजपा के बूथ स्तर कार्यकर्ता से लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह तक उत्साहित है। यूपी की सभी विधानसभा सीटों पर भाजपा का सीधा मुकाबला बसपा अथवा सपा के उम्मीदवारों से है जबकि कांगे्रस के उम्मीदवार तो कहीं भी सीधे मुकाबले में नहीं है। 
बनारस की विशेष जिम्मेदारी

यूं तो यादव की पूरे यूपी चुनाव में सक्रिय भूमिका है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्वाचन क्षेत्र बनारस में यादव की सक्रिय भूमिका है। यही वजह है कि यादव का अधिकांश समय बनारस में ही गुजरता है। बनारस में कोई चूक न हो इसलिए एक-एक मतदाता की जानकारी एकत्रित की गई है। मतदान केन्द्रवार यह भी ध्यान रखा गया है कि कितने मतदाता बनारस से बाहर है। जो मतदाता बाहर गए हुए है, उन्हें भी मतदान के दिन बनारस बुलाया जा रहा है। यादव का मानना है कि बनारस में जो रणनीति अपनाई गई है, उसमें सभी विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा उम्मीदवारों की जीत होगी।