बिलग्राम हरदोई  उलेमाओं ने लॉकडाउन के बीच शब-ए-बारात में अपने घरों में रहकर ही इबादत करने की अपील की है। इबादत की रात कही जाने वाली शब-ए-बारात में लोग अमूमन मस्जिदों और मदरसों में जाकर इबादत करते हैं। इस बार लॉकडाउन के चलते घरों में ही इबादत की अपील की जा रही है। वहीं शब-ए-बारात को लेकर पुलिस प्रशासन भी अलर्ट है।
कुरआन में शब-ए-बारात को इबादत की रात कहा गया है। इस रात में पुरुष मस्जिदों और मदरसों में इबादत करने के बाद कब्रिस्तान जाते है और महिलाएं घरों पर ही नमाज व कुरआन की तिलावत करती हैं। इस बार जुमेरात की रात शब ए बारात की रात है। जामा मस्जिद बावन के सदर हाफिज उबैद उल्ला ने घरों पर रहकर इबादत करने की अपील करते हुए कहा कि मस्जिदों में फर्ज नमाज पर भी रोक लगाई गई है। यह तो फिर भी नवाफिल इबादत है। लोग मस्जिद व कब्रिस्तान जाने के बजाय घरों में रहकर नमाज व कुरआन का एहतमाम करते हुए कोरोना से पूरे मुल्क व दुनिया की हिफाजत की दुआ करें। खासतौर पर बच्चों को बाहर न निकलने दें।। लाकडाउन का पूरी तरह से पालन करे। जिला प्रशासन और बिलग्राम  पुलिस का सहयोग करे