उरई-जालौन नगर में सबसे पहले संविदा सफाई कर्मचारी सुरेश वाल्मीकि के आवास पर पहुंचे।
तदोपरांत नगर पालिका परिषद के कार्यालय में पहुंचकर पालिका अध्यक्ष गिरीश चन्द्र गुप्ता से की औपचारिक मुलाकात।
उसके बाद पालिका के सभागार में समीक्षा बैठक के लिए पहुंचे।
लेकिन उपाध्यक्ष राज्य सफ़ाई कर्मचारी आयोग के मुताबिक नगर पालिका के किसी भी जिम्मेदार अधिकारी के समीक्षा बैठक में पहुंचना जरूरी नहीं समझा।
इससे उपाध्यक्ष महोदय काफी खिन्न नज़र आए।
बोले प्रोटोकॉल के बाबजूद किसी अधिकारी का मौजूद ना होना कहीं ना कहीं घोर लापरवाही और प्रोटोकॉल का मखौल उड़ाना है।
इसी बीच उपाध्यक्ष महोदय के साथ मौजूद उनके समर्थकों ने ई ओ नगर पालिका के खिलाफ नारेबाजी की।
ई ओ चोर है,,ई ओ को जेल भेजो,ई ओ मुर्दाबाद के नारे लगाए गए।
उसके बाद मीडिया से बातचीत में उपाध्यक्ष राज्य सफ़ाई कर्मचारी आयोग मुन्ना लाल धानुक ने कहा कि वह समीक्षा बैठक में ना आने वाले अधिकारियों की हरकतों को शासन को अवगत कराकर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई कराएंगे।
इसके बाद नगर पालिका के सभागार में समीक्षा बैठक की बजाय अपने कर्मचारियों और समर्थकों के साथ बैठक की गई जो कि नियम विरुद्ध नज़र आई।

रिपोर्ट-अमित कुमार जनपद जालौन।