समाज को बेटियों के प्रति होने वाले भेदभाव के खिलाफ न केवल खड़े होना पड़ेगा बल्कि लड़ना भी पड़ेगा. रोज ही अत्याचारी ताकतें अपनी कुत्सित मनोवृत्ति से बेटियों के हौसले को तोड़ने की कोशिश कर रही हैं मगर बेटियों के स्वाभिमान और उनके आत्मविश्वास के चलते ऐसा बहुत दिन चलने वाला नहीं. बेटियों को अब आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकेगा. उक्त विचार बिहार के शिवपुर जनपद में संपन्न तीन दिवसीय जेंडर संवाद कार्यक्रम में सम्मानित होने वाले जनपद के उत्साही युवा डॉ० कुमारेन्द्र सिंह सेंगर ने व्यक्त किये. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि ये सम्मान सम्पूर्ण जिले का सम्मान है, जिसने उनके काम को सहयोग प्रदान किया और बेटियों के पक्ष में काम करने में अपना योगदान दिया. 22 दिसम्बर से 24 दिसम्बर तक संपन्न इस कार्यक्रम में जनपद के दो समाजसेवी, जागरूक युवाओं को उनके बेटियों, महिलाओं के हितार्थ किये जा रहे कार्यों के लिए सम्मानित किया गया. जनपद जालौन में कन्या भ्रूण हत्या निवारण सम्बन्धी कार्यक्रम की शुरुआत करने वाले और वर्तमान में बिटोली अभियान के राष्ट्रव्यापी स्वरूप द्वारा बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने, उनमें स्वाभिमान जगाने वाले डॉ० कुमारेन्द्र सिंह सेंगर के साथ-साथ विडो क्लब के द्वारा विधवा महिलाओं को राष्ट्र की मुख्यधारा में लाने वाले सुभाष चंद्रा को सम्मानित किया गया. इस आयोजन में सम्मान का विशेष आकर्षण सम्मानित व्यक्तियों को पलाश का पौधा प्रदान किया जाना रहा. इसके माध्यम से राकेश सिंह ने पर्यावरण संरक्षण का सन्देश भी दिया.
बिहार की धरती पर जन्मे राकेश कुमार सिंह समाज में बेटियों के प्रति होते भेदभाव और अत्याचार से अपनी नौकरी छोड़कर विगत चार वर्षों से अधिक समय से देशवासियों को जागरूक करने की दृष्टि से पूरे देश की साईकिल यात्रा पर निकले हुए थे. इस दौरान उनका जनपद जालौन भी आना हुआ था. अपनी साईकिल यात्रा को और बेटियों के प्रति सामाजिक जागरूकता को जन-जन तक पहुँचाने के उद्देश्य से नागरिकों को इसका सहभागी बनाने का प्रयास किया. इसी कड़ी में राकेश सिंह के द्वारा अपने गृह जनपद शिवहर में तीन दिवसीय जेंडर संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जनपद के गणमान्य व्यक्तियों ने, इष्टमित्र और सहयोगियों ने कुमारेन्द्र और सुभाष के सम्मान पर ख़ुशी प्रकट करते हुए शुभकामनायें प्रदान की हैं.