उरई(जालौन)- जिलाधिकारी कार्यालय में भूख हड़ताल पर बैठे।
पूरा मामला- डूडा ऑफिस उरई के अरुण बाबू के रिश्वत मांगने की शिकायत की थी। पीड़िता पूनम पत्नी दयाराम और मेरी लड़की बीमार रहती है। कॉलोनी नीचे की आवंटन कराने के संबंध में प्रार्थना पत्र दिया था। जिस पर जिलाधिकारी महोदय ने समस्या का निराकरण करने का आदेश पी0ओ0 डूडा को दिया था लेकिन जिलाधिकारी के आदेश का पालन तो नहीं किया गया दिनांक 20/04/18 को सुबह 11:00 बजे मेरी लड़की घर पर थी मैं और मेरे पति दोनों लोग उरई से बाहर काम कर रहे थे तभी डूडा ऑफिस के सभी अधिकारी बिना सूचना दिए मेरा सामान कॉलोनी से बाहर निकाल दिया और निकालने के बाद वहां से चले गए। मेरा सामान अभी भी बाहर खुले में पड़ा है मेरी लड़की की बीमारी के कारण हम लोग ऊपर की कॉलोनी में जाने में असमर्थ हैं।और पहले अरूण बाबू द्वारा माँगी गई
5000रुपये की रिश्वत दे देते तो हम लोगों को वहीं कालोनी दे दी जाती। अरुण बाबू ने दूसरे पक्ष से रिश्वत ले ली है और हमारी कॉलोनी को दूसरे को आवंटन कर दी है।अरुण बाबू के ऊपर कारवाई कानूनी व विभाग कार्रवाई की जाये।

Soni news के लिए जनपद जालौन से अमित कुमार