कृषि मंत्री, श्री सूर्य प्रताप शाही ने कृषि विभाग में संचालित योजनाओं की समीक्षा की

योजना क्रियान्वयन की प्रक्रिया का सरलीकरण करें जिससे किसान आसानी से योजनाओं का लाभ उठा सकें

यू0पी0 एग्रो अपने कार्यक्षेत्र में विस्तार करते हुये एक प्रबन्ध तंत्र का भी गठन करे, जिसमें जनप्रतिनिधि सम्मिलित किया जाय-सूर्य प्रताप शाही

उत्तर प्रदेश के कृषि, कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान मंत्री, श्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि वर्तमान रबी मौसम में किसानों को सभी प्रकार के बीजों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करायी जाये। साथ ही उनके द्वारा प्राप्त किये गये बीजों एवं क्रय किये गये कृषि यंत्रों से सम्बन्धित अनुदान भी एक माह के अंदर उनके खातों में प्रेषित कर दिया जाये। इस वर्ष प्रदेश में अनुदान पर 2 लाख कृषि यंत्रों के वितरण के लक्ष्य के सापेक्ष क्रय पूर्ति पर निर्देश देते हुये कहा कि अभियान चलाकर वितरण कराया जाय। इसके अतिरिक्त योजना क्रियान्वयन की प्रक्रिया का सरलीकरण किया जाये, ताकि किसान सहज रूप से योजनाओं का लाभ उठा सकें।

कृषि मंत्री, श्री सूर्य प्रताप शाही आज विधान भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में कृषि विभाग में संचालित योजनाओं की समीक्षा कर रहे थे। कृषि मंत्री को बताया गया कि प्रदेश के प्रत्येक सहकारी समिति तथा गन्ना समितियों पर 5-5 लाख रूपये के कृषि यंत्र उपलब्ध कराये जा रहे हैं। इस पर श्री शाही ने निर्देश दिये कि यंत्रों के सुचारू रूप से संचालन के लिये इन स्थलों पर कम से कम 55 एच0पी0 के ट्रैक्टर भी उपलब्ध कराये जायें। इसके अतिरिक्त कृषि विज्ञान केन्द्रों पर भारत सरकार द्वारा उपलब्ध कराये गये कृषि यंत्रों को चलाने के लिये ट्रैक्टर की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाय।

श्री शाही को बताया गया कि प्रदेश में उर्वरक की कहीं कोई कमी नहीं है। यूरिया की अतिरिक्त उपलब्धता भी सुनिश्चित करायी जा रही है। इस पर कृषि मंत्री ने कहा कि जिलों में गुणवत्तापूर्ण उर्वरक की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिये लगातार कार्यवाही की जाये। इस अवसर पर यू0पी0 एग्रो की समीक्षा करते हुये श्री शाही ने कहा कि यू0पी0 एग्रो अपने कार्यक्षेत्र में विस्तार करे। साथ ही एक प्रबंध तंत्र का गठन किया जाये, जिसमें जनप्रतिनिधि को भी शामिल करें, ताकि उनके अनुभव और ज्ञान का उपयोग करते हुये यू0पी0 एग्रो को सक्षम स्वरूप प्रदान किया जा सके।

इस अवसर पर अपर कृषि निदेशक, श्री राम शब्द जैसवारा एवं श्री वी0पी0 सिंह, वित्त नियंत्रक, श्री रमेश चन्द्र राय तथा संयुक्त निदेशक (ब्यूरो) श्री आनन्द त्रिपाठी सहित वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।