— कानपुर देहात में एक दहेज़ लोभी दूल्हा बेबसी की ऎसी इबारत लिख गया जिसे देख यक़ीनन हर एक शख्स ग़मज़दा हो जाएगा दरअसल उस दहेज़ लोभी दूल्हा और उसके परिवार ने पहले बेबस परिवार को फरमाइशों की लिस्ट दी बरीक्षा में मोटा कैश लिया शादी के लिए आलिशान रेसॉर्ट बुक कराया शाही बावर्ची बुलवाया गया तरह तरह के पकवानो की फरमाइशें हुयी लड़की के बाप ने पुश्तैनी ज़मीन बेच कर दूल्हे की सारी ख्वाहिशात पूरी की लेकिन शादी वाले दिन दहेज़ लोभी दूल्हा और उसका परिवार बरात ना लाकर घर में ताला लगा कर फरार हो गया वही जब बरात नहीं आयी तब दुल्हन ने बयान किया की दूल्हा शादी से पहले ही उसे अपनी हवस का निवाला बना चुका था

— शादी के मंडप में पसरा हुआ मातम , खाने की टेबलों पर छाया सन्नाटा और ज़ारो कतार रोता एक बेबस बाप ये मंज़र बयान कर रहा है की यक़ीनन यहाँ किसी अनहोनी ने दस्तक दी है जी हां दरअसल रनिया इलाके में रहने वाले विनोद की बेटी शोभा की आज बरात आनी थी मंडप रौशनी से जगमगा रहा था खाना तैयार था जनातियो का आना शुरू हो गया की अचानक शादी का माहौल मातम में तब्दील हो गया क्योंकि जिस बरात का सबको बड़ी बेसब्री से इंतज़ार था वो बरात और दूल्हा घर में ताला लगा कर फरार हो चुके थे

बाइट — विनोद ( दुल्हन का पिता )
— दरअसल विनोद की बेटी शोभा की शादी विशायाकपुर गाँव के रहने वाले भानु प्रताप से होनी थी लेकिन दहेज़ का लोभी भानु प्रताप बरात लेकर नही आया भानु और शोभा एक ही कालेज में पढ़ते थे इसी बीच दोनों में प्यार हो गया और दोनों एक ही जाती के थे लिहाज़ा घर वालो ने शादी का विरोध भी नहीं किया शादी होने से पहले ही भानु ने शोभा के साथ कोर्ट मैरिज कर ली और भानु और शोभा के बीच शारीरिक सम्बन्ध भी हो गए शोभा बेफिक्र थी कयोकी वो भानु को दिल से पति मान चुकी थी जिसके बाद शोभा के घरवालों ने शादी की बात आगे बड़ाई जिसके बाद दहेज़ लोभी भानु का असली चेहरा सामने आया बरीक्षा मोटी मोटी रकम की फरमाइश की गयी शोभा के पिता विनोद ने जैसे तैसे वो रकम बरीक्षा में चढ़ाई और फिर शुरू हुआ फरमाइशों का दौर |

बाइट — सुमन ( दुल्हन की माँ )
— शादी आलिशान सेंगर रेसॉर्ट से करने की फरमाइश भानु ने किया शाही बावर्ची की तर्ज़ पर बावर्ची बुक कराया गया पकवानो की लिस्ट दी गयी एक बेबस बाप ने बेटी की ख़ुशी के आगे सब कुछ न्योछावर कर दिया विनोद ने अपनी पुस्तैनी ज़मीन बेच कर भानु की सारी फरमाइशें पूरी की शादी की तारीख आ गयी शोभा दुल्हन बन गयी स्टेज सज गया पकवान तैयार हो गए महमानो के आने का सिलसिला शुरू हो गया वक्त गुज़रता गया लेकिन भानु बरात लेकर नही आया जब वक्त ज़्यादा हो गया तो पंडाल में अफरा तफरी का माहौल पैदा हो गया भानु और उसके परिवार को फोन किया जाने लगा लेकिन सबके फोन आफ थे लिहाज़ा गाँव के लोगो को फोन मिलाया गया तो जानकारी हुयी की भानु और उसका पूरा घर घर में ताला लगा कर फरार है बेटी शोभा की बरात ना आने से बेबस बाप विनोद ज़ारो कतार रोनर लगा |

बाइट — विनोद ( दुल्हन का पिता )
— पूरे परिवार की इज़्ज़त नीलाम हो गयी मेहमान शादी स्थल से जान शुरू हो गए वही दुल्हन शोभा और उसका परिवार आत्महत्या करने की बात कहने लगा पीड़ित परिवार का पैसा गया और इज़्ज़त भी नीलाम हुयी क्योंकि दहेज़ के लोभी भानु को दहेज़ में 25 लाख रूपये चाहिए थे बहरहाल पीड़ित परिवार बरात का इंतज़ार करता रहा लेकिन दहेज़ लोभी दूल्हा भानु और उसके घर वाले बरात लेकर नहीं आये ज़रुरत है ऐसे दहेज़ लोभियो के खिलाफ ऐसी कार्यवाही करने की जो दहेज़ लेने वालो के लिए सबक हो |

बाइट — शोभा ( दुल्हन )